Mukhyamantri Abhyudaya Yojana 2025: उत्तर प्रदेश में जहां एक ओर बेरोजगारी जैसी समस्याओं से निपटने के विभिन्न प्रयत्न किये जा रहे हैं वह शिक्षा स्तर को भी बेहतर करने की कोशिश की जा रही है। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश राज्य सरकार द्वारा प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के लिए योजना का संचालन शुरू किया जा रहा है। जी हां, अभ्युदया योजना एक ऐसी महत्वाकांक्षी योजना है जिसके माध्यम से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले ऐसे छात्र जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और वित्तीय सुविधाओं की कमी के चलते इन परीक्षाओं की तैयारी नहीं कर पाते उन्हें निशुल्क कोचिंग सुविधा प्रदान की जाने वाली है।
Mukhyamantri Abhyudaya Yojana
अभ्युदय योजना (Mukhyamantri Abhyudaya Yojana 2025) उत्तर प्रदेश राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई ऐसी योजना है जिसके माध्यम से प्रदेश के प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले मेधावी छात्रों की सहायता की जाती है। ऐसे छात्र जो अब तक बेहतर शैक्षणिक प्रदर्शन दिखा चुके हैं और प्रतियोगी परीक्षाओं में सम्मिलित होना चाहते हैं परंतु आर्थिक सुविधा की कमी के चलते कोचिंग कक्षाएं ज्वाइन नहीं कर पाते उन्हें घरों के नजदीक मुफ्त कोचिंग सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी । इसके लिए हर ब्लॉक में कोचिंग केंद्र स्थापित किए जाएंगे।
वर्तमान में संपूर्ण उत्तर प्रदेश में 166 कोचिंग सेंटर है और भविष्य में इसके विस्तार की योजना बनाई जा रही है जिसके अंतर्गत हर ब्लॉक में एक कोचिंग सेंटर स्थापित किया जाएगा और प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्रों को इस कोचिंग सेंटर में निशुल्क कोचिंग प्रदान की जाएगी।
इसके साथ ही उत्तर प्रदेश राज्य सरकार इन मेधावी छात्रों में सीखने की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए इन कोचिंग सेंटर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और अन्य उपकरणों की उपलब्धि भी सुनिश्चित करने वाली है ताकि कोचिंग सेंटर में आने वाले छात्र विषय से संबंधित सारी जानकारी हासिल कर पाए और तकनीकी उपकरणों का उपयोग कर अपनी सीखने की गुणवत्ता को बढ़ा सके। अभ्युदया योजना को ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचाने के लिए सरकार अभ्युदय योजना का पोर्टल भी विकसित कर चुकी है ताकि सारी प्रक्रिया ऑनलाइन माध्यम से ही पूरी हो जाए।
बता दें, Mukhyamantri Abhyudaya Yojana 2021 में शुरू की गई थी जिसके अंतर्गत अब तक 82000 से छात्र लाभान्वित हो चुके हैं और वर्ष 2024-25 में 23017 छात्रों ने अभ्युदय योजना से कोचिंग हेतु नामांकन भी कर लिया है। हालांकि कोचिंग सेंटर की संख्या कम होने की वजह से वर्तमान में कई सारे छात्र इस सुविधा से वंचित है जिसके चलते अब सरकार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और तकनीकी उपकरण का उपयोग करते हुए इस योजना को और ज्यादा मजबूत करेगी और हर ब्लॉक स्तर पर नए कोचिंग सेंटर खोले जाएंगे ताकि ज्यादा से ज्यादा छात्र अपने नजदीकी कोचिंग सेंटर में पंजीकरण कर सके और निशुल्क कोचिंग प्राप्त कर सकें।
कोचिंग सेंटर में छात्रों का मार्गदर्शन करने के लिए उत्तर प्रदेश के सेवानिवृत्ति शिक्षक, प्रशासनिक अधिकारी समय-समय पर आते हैं और छात्रों को अध्ययन सामग्री और सलाह देते हैं। इसके साथ ही इन कोचिंग सेंटर के माध्यम से कई सारे प्रोफेसर, वरिष्ठ प्रशासक ऑनलाइन कक्षाओं का भी संचालन कर रहे हैं जिसमें 500 से अधिक आईएएस अधिकारी, 450 से अधिक आईपीएस अधिकारी और 300 से अधिकारी वर्चुअल पोर्टल का उपयोग करते हुए कक्षा सत्र आयोजित कर कोचिंग सेंटर के माध्यम से छात्रों को ट्रेन कर रहे हैं।
आंकड़ों की बात करें तो उत्तर प्रदेश के अभ्युदय पोर्टल के माध्यम से कई छात्रों ने पंजीकरण प्रक्रिया पूरी की है और मॉक टेस्ट और इंटरव्यू की दिए हैं । जिसकी वजह से 743 छात्रों का चयन प्रतियोगी परीक्षाओं के माध्यम से हो चुका है । जिसमें से 40 UPSC, 121 UPPSC, 86 NEET , 35 JEE और 455 छात्र अन्य भर्ती परीक्षाओं के माध्यम से चुने जा चुके हैं। कुल मिलाकर भविष्य में इस योजना को विस्तारित करते हुए सरकार शिक्षा की गुणवत्ता का भी विकास करने वाली है। वही कोचिंग सेंटर की संख्या में भी वृद्धि करने वाली है ताकि ज्यादा से ज्यादा मेधावी छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार किया जा सके।
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